Friday, March 13, 2020

 राहु के बुरे प्रभाव :कुंडली में राहु पहले भाव, तथा दूसरा ओर सातवां भाव जो मारक भाव है ।छठा आठवा बाहरवें भाव जो कि त्रिक भाव है। सूर्य राहु के साथ , चंद्र राहु के साथ , ग्रहण योग बना रहा है और कोई भी शुभ ग्रह का प्रभाव नहीं है तो जातक को राहु के बुरे प्रभाव , दशा अंतर्दशा प्रत्यंतर दशा में सामना करना पड़ता है। मारक भाव के स्वामी के साथ भी राहु होने से यह प्रभाव होगा।

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