Sunday, August 17, 2014

ज्योतिष और वास्तु के सुखी जीवन के सरल उपाय हैं : For happy life there are simple steps through Astrology and Vaastu :Astrology Simplified Videos:

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 Astrology Simplified Videos, 
रोज सुबह जब आप उठें तो सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ क्षण देखकर चेहरे पर तीन चार बार फेरें।
 धर्म ग्रंथों के अनुसार हथेली के अग्र भाग में मां लक्ष्मी, मध्य भाग में मां सरस्वती व मूल भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु का स्थान होता है।
 इसलिए रोज सुबह उठते ही अपनी हथेली देखने से भाग्य चमक उठता है।
  बिस्तर से उठते समय दोनों पैर जमीन पर एक साथ रखे, उसी समय इष्ट का स्मरण करे और हाथों को मुख पर फेरे।


सूर्योदय के पहले उठे और उगते सूर्य के दर्शन करे। इसी समय जोर से गायत्री मंत्र का उच्चारण करे तो घर के वास्तु दोष भी नष्ट हो जाते है।
   सूर्य दर्शन के बाद सूर्य को जल, पुष्प और रोली-अक्षत का अर्घ्य दे, सूर्य के साथ त्राटक करे।
  घर में तुलसी  पौधा लगाए और उनकी नियमित सेवा करे।


   योग और प्राणायाम को नियमित करे ,ऐसा करने से शरीर हमेशा निरोग रहता है,  प्रातः अपने माता पिता गुरुजनों और अपने से बड़ों का आशीर्वाद ले.

 भोजन के लिए बनाई जा रही रोटी में से पहली रोटी गाय को दें। 
 प्रतिदिन चीटियों को शक्कर मिला हुआ आटा खिलाएं।
 घर को साफ-स्वच्छ रखें।
 रोज जब भी घर से निकले तो उसके पहले अपने माता-पिता और घर के बड़े बुजुर्गों का  आशीर्वाद लें।
 बाहर से जब भी आप घर में प्रवेश करें तो कभी खाली हाथ ना जाएं।
 घर में हमेशा कुछ ना कुछ लेकर प्रवेश करें, चाहे वह पेड़ का पत्ता ही क्यों न हो।
 पक्षियों को दाना डाले।


 शनिवार और अमावस्या को सारे घर की सफाई करें, कबाड़ बाहर निकले और जूते-चप्पलों का दान कर दे।
 बुधवार को किसी को भी उधार न दे, वापस नहीं आएगा।
 राहू काल में कोई कार्य शुरू न करें।
 घर के हर सदस्य को अपने-अपने इष्ट का जाप व पूजन अवश्य करना चाहिए।
 जहाँ तक हो सके अन्न, वस्त्र, तेल, कंबल, अध्ययन सामग्री आदि का दान करें। दान करने के बाद उसका उल्लेख न करें।
 अपने राशि या लग्न स्वामी ग्रह के रंग की कोई वस्तु अपने साथ हमेशा रखे।
सोते समय अपना सिरहाना (सर ) पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर रखने से धन व आयु की बढ़ोत्तरी होती है।उत्तर की ओर सिरहाना रखने से आयु की हानि होतीहै. कभी भी बीम या शहतीर के नीचे न बैठें और न ही सोयें । इससे देह पीड़ा या सिर दर्द होता है ।

अपने घर में तुलशी का पौधा लगायें ,घर में पोछा लगाते समय पानी में नमक या सेंधा नमक डाल लें ।
 घर में झाडू व पोंछा खुले स्थान पर न रखें घर में टूटे-फूटे बतरन, टूटा दर्पण ( शीशा ), टूटी चारपाई या बैड न रखें । इनमें दरिद्रता का वास होता है।-यदि घर में कोइ घडी ठीक से नहीं चल रही हैं तो उन्हें ठीक करा लें ।
बंद घड़ी गृहस्वामी के भाग्य को कम करती है ।
पूर्वव उत्तर की की ओर मुंह करके भोजन करने से धन व आयु की प्राप्ति होती है ।
मन वाणी और कर्म से सदाचार का पालन करें .
 प्यार ही जीवन है खुद भी जियो और दूसरों को भी जीने दो…
इन वस्तुओं से चमकाएं अपना भाग्य
वास्तु  के सरल उपाय घर में तुलसी के पौधे लगायें |

घर एवं आसपास के परिसर को स्वच्छ रखें |
 घर में नियमित गौ मूत्र का छिड़काव करें | 
घर में कंडे को प्रज्ज्वलित कर धुना एवं लोबान से धूप दिखाएँ | 
 संतों के भजन, स्त्रोत्र पठन या सात्त्विक नाम जप की (C.D) चलायें |
 घर में कलह-क्लेश टालें |
प्रसन्न एवं संतुष्ट रहें |
 सुबह और संध्या समय  पूजा स्थलपर आरती करें | 
घर के पर्दे, दीवार, चादर इत्यादि के रंग काले, बैंगनी या गहरे रंगके न हों। 
   घर को नकारात्मक ऊर्जा से कम रखने के लिए पूर्व दिशा में मिट्टी के एक छोटे से पात्र में नमक भर कर रखें। चौबीस घंटे के बाद नमक बदल दें।
  कमरों में पूरे फर्श को घेरते हुए कालीन बिछाने से लाभदायक ऊर्जा का प्रवाह कम होता है।

 फल-फूल व हंसते हुए बच्चों की तस्वीरें जीवन शक्ति का प्रतीक है, जीवन में खुशहाली आती है।
 नदियों-झरनों आदि की तस्वीरें :उत्तरी व पूर्वी दिशा में लगाना ।
  मंदिर में जाकर गाय का शुद्ध घी दान में दें।
  काली चींटियों को शक्कर खिलाएं।
  काने व्यक्ति को सफेद कपड़े या मिठाई का दान करें।
  छोट‍ी कन्या को भोजन कराएं तथा चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लें।

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